GEETANJALI POST ( ASHWINI SHARMA )
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पदमुक्त होने से पहले देश के नाम अपने संदेश में नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बधाई देते हुए कहा था 50 साल के सार्वजनिक जीवन में भारत का संविधान मेरा सीक्रेट टेक्स्ट था,देश का संसद मेरे लिए मंदिर है और मेरा जुनून लोगों की सेवा करना है, मैंने देश को जितना दिया है, उससे कहीं ज्यादा मुझे मिला है. इसके लिए मैं हमेशा भारत के लोगों से ऋणी रहूंगा। मेरे पास कोई उपदेश नहीं है मैंने हर किसी से कुछ न कुछ सीखा है, लोगों की सेवा करना ही मेरे जुनून रहा है। हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत हैं, हर गरीब को सशक्त बनाना होगा, समानता से ही विकास संभव हैं। सभी वर्गों और धर्मों का सम्मान जरूरी. हिंसामुक्त समाज भारत के हित में भारत की बहुलता को बनाए रखें। मानसिक स्वतंत्रता को बढ़ाने की जरूरत हैं। स्वस्थ और खुशहाल जीवन हर नागरिक का अधिकार हैं , खुशहाली का लक्ष्य सतत विकास, गरीबी मिटाने से खुशहारी में भरपूर खुशहाली आएगी।